राम मंदिर : जब से अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 अगस्त को नीव रखे जाने की बात सामने आई है तभी से हिंदू तथा मंदिर विरोधी सभी लोग टीवी चैनलों पर बैठकर तथा सोशल मीडिया पर भूमि पूजन से जुड़ी हुई चीजों पर आपत्तिजनक बातें तथा अनावश्यक चीजें लिख रहे हैं। चाहे ओवैसी द्वारा मोदी के अयोध्या जाने पर सवाल उठाना हो या सीपीएम द्वारा दूरदर्शन पर भूमि पूजन के लाइव टेलीकास्ट पर आपत्ति दर्ज करना हो मंदिर विरोधी लोगों को यह बात हजम नहीं हो रही है। इसी सिलसिले में ट्विटर पर हेस्टैग कहीं पूजन कहीं सूजन ट्रेड कर रहा है, ट्विटर पर लोग इस #का इस्तेमाल कर कर मंदिर विरोधी लोगों के मजे ले रहे हैं करीब 18000 लोग खबर लिखे जाने तक # का इस्तेमाल कर चुके हैं।
ओवैसी ने उठाया मोदी के अयोध्या जाने पर सवाल
हैदराबाद के AIMIM पार्टी के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या जाने पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है कि” मोदी का भूमि पूजन में जाना संविधानिक शपथ के खिलाफ होगा तथा संविधान के सेकुलर स्ट्रक्चर का वायलेशन होगा” हालांकि ओवैसी यह ट्वीट करते समय यह भूल गए कि पूर्व में भी कितने प्रधानमंत्री तथा बड़े पदों पर नियुक्त राजनेता विशेष समुदाय के धार्मिक समारोह में हिस्सा ले चुके हैं, और अगर मोदी प्रधानमंत्री है भी तो क्या वह अपनी आस्था तथा हिंदू होने के नाते भूमि पूजन में हिस्सा क्यों नहीं ले सकते? संविधान खुद हमें अपनी आस्था को मानने की आजादी प्रदान करता है।
सीपीएम ने उठाया लाइव टेलीकास्ट पर सवाल
दुनिया भर के विरोध के बीच सीपीएम ने भी 5 अगस्त को भूमि पूजन के समय का दूरदर्शन पर टेलीकास्ट करने पर आपत्ति दर्ज की है, हालांकि सीपीएम का यह दोहरा चरित्र तब सामने नहीं आया जब इसी दूरदर्शन चैनल पर वेटिकन सिटी में आयोजित हो रहे ईसाइयों के समारोह को लाइव दिखाएं गया है। सीपीएम ने इसे सेकुलरिज्म के खिलाफ बताया था इन्हीं दोयम दर्जे की हरकतों को देखकर लोग सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह से इन लोगों के मजे ले रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी इस # का इस्तेमाल किया है तथा एक वीडियो साथ में अटैच किया है जिसमें वह इन लोगों के मजे लेते नजर आ रहे हैं।